पूर्ण एवं अपूर्ण पर्याय शब्द एवं इनके उदाहरण || Purn ans Apurn synonyms and their examples
एक समान अर्थ प्रकट करने वाले शब्दों को समानार्थक शब्द कहते हैं। इसी तरह एक ही अर्थ को प्रकट करने के लिए प्रयुक्त होने वाले अलग अलग शब्दों को पर्यायवाची शब्द कहा जाता है। पर्यायवाची शब्दों की दो कोटियाँ हो सकती हैं -
1. पूर्ण पर्याय शब्द
2. अपूर्ण पर्याय शब्द
1. पूर्ण पर्याय शब्द - पूर्ण पर्याय शब्द वे शब्द होते हैं, जो किसी वाक्य में प्रयुक्त होने पर एक दूसरे का स्थान आ सकते हैं, फिरभी वाक्य के अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं होता अर्थात वाक्य के अर्थ में कोई अन्तर नहीं आता है।
उदाहरण - (क) आज तुम बहुत प्रसन्न लग रहे हो।
(ख) आज तुम बहुत खुश लग रहे हो।
(ग) मेरे लिए एक गिलास पानी लाओ।
(घ) मेरे लिए एक गिलास जल लाओ।
उक्त वाक्यों में हम देखते हैं कि वाक्य क्रमांक (क) एवं (ख) में क्रमशः 'प्रसन्न' और 'खुश' का प्रयोग किया गया है। किन्तु दोनों वाक्यों का अर्थ समान है। अर्थात वाक्य (क) 'प्रसन्न' शब्द का प्रयोग किया गया है वही वाक्य (ख) में 'प्रसन्न' के स्थान पर 'खुश' शब्द का प्रयोग किया गया है फिरभी अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं आया है। इसी तरह वाक्य (ग) और (घ) में क्रमशः 'पानी' और 'जल' का प्रयोग किया गया है तो भी अर्थ में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इस तरह यदि शब्दों को एक दूसरे के स्थान पर रखने के बाद भी अर्थ में परिवर्तन नहीं आता है तो ऐसे शब्दों को 'पूर्ण पर्याय' शब्द को कहा जाता है।
टीप - [1] यह स्मरण रखना आवश्यक है कि 'पूर्ण पर्याय' शब्द कभी-कभी हर तरह के प्रसंग में एक दूसरे का स्थान नहीं ले पाते।
उदाहरण - 'हिसाब' एवं 'गणित', 'चुनाव' एवं 'निर्वाचन' शब्दों के प्रयोग को देखें।
वाक्य 1 - बनिये का हिसाब चुकता कर दो।
('हिसाब' के स्थान पर 'गणित' नहीं होगा)
वाक्य 2 - हम चीजों का चुनाव कर लेते हैं।
('चुनाव' के स्थान पर 'निर्वाचन' नहीं होगा।)
[2] शैली और वातावरण के भेद से शब्द और अर्थ का भेद हो ही जाता है। कुछ शब्द केवल साहित्य में प्रयुक्त होते हैं, बोलचाल में नहीं।
जैसे - नयन, नेत्र, सुमन, शैल, जलधि, रजनी, दिनकर, प्रभाकर आदि।
पूर्ण पर्याय शब्द के उदाहरण
अक्ल, बुद्धि
अमुक, फलाना
आकाश, आसमान
आज़ादी, स्वतन्त्रता
आबादी, जनसंख्या
इस्पात, फ़ौलाद
उकताना, ऊबना
ऋतु, मौसम
ओर, तरफ़
कठोर, कड़ा, सख्त
कारावास, जेल
किताब, पुस्तक
क़ैदी, बंदी
क्षमा, माफ़ी
खुश, प्रसन्न
गणित, हिसाब
गीदड़, सियार
चँद्रमा, चाँद
चिकित्सा, इलाज
चुनाव, निर्वाचन
छेद, सुराख
जगह, स्थान
जल, पानी
जवाब, उत्तर
ज़हर, विष
ज्वर, बुखार
झाग, फेन
टाइम, समय, वक्त
ड्रामा, नाटक
तीखा, तेज़
तुरंत, फ़ौरन
दण्ड, सज़ा
दास, गुलाम
दोस्त, मित्र
धंधा, पेशा
निद्रा, नींद
नौका, नाव
न्याय, इन्साफ़
पर्वत, पहाड़
पहला, प्रथम
पिता, बाप
पुत्री, बेटी
पुष्प, फूल
बाल, केश
मछली, मत्स्य, मीन
मधुर, मीठा
मनाही, निषेध
माता, माँ
मृत्यु, मौत, निधन
योग, जोड़
याद, स्मरण
रंगमंच, स्टेज
राजा, नृपति, नरेश
रात, रात्रि, रजनी
लाइन, रेखा
लज्ला, शर्म
लीडर, नेता
वस्तु, चीज़
विस्तार, फैलाव
शक्ति, ताकत
शपथ, क़सम
सचाई, सत्य
सदी, शती, शताब्दी
सर्टिफ़िकेट, प्रमाणपत्र
स्त्री, नारी, औरत
हनु, ठोड़ी
हाथी, हस्ती, कुंजर।
2. अपूर्ण पर्याय - ऐसे शब्द जो देखने पर समानार्थी लगे किन्तु जिनके अर्थ और प्रयोग में परस्पर अन्तर हो अपूर्ण पर्याय कहलाते हैं। प्रायः लोग असावधानी से इन्हें 'पूर्ण पर्याय' शब्द मानकर प्रयुक्त करते हैं, किन्तु भाषाविद् या जानकर लोग इन शब्दों के सूक्ष्म भेद को समझते हैं।
उदाहरण - (क) उसने माता-पिता को घर से बाहर निकालने का अपराध किया है।
(ख) उसने माता-पिता को घर से बाहर निकालने का पाप किया है।
(ग) सड़क की लंबाई का नाप हो रहा है।
(घ) दूध कितने लीटर है माप लीजिए।
उक्त उदाहरणों में उदाहरण (क) गलत है, जबकि उदाहरण (ख) सही है। 'अपराध' राज्य के नियमों का उल्लंघन है तो 'पाप' सामाजिक या धार्मिक नियमों का।
इसी तरह उदाहरण (ग) और (घ) में क्रमशः 'नाप' और 'माप' का सही प्रयोग किया गया है। यदि 'नाप' और 'माप' शब्दों का एक दूसरे के स्थान पर प्रयोग किया जाए तो अनर्थ हो जाता है क्योंकि 'नाप' मीटर, सेंटीमीटर हेतु एवं 'माप' किलोग्राम, लीटर के के लिए प्रयोग किए जाते हैं।
अपूर्ण पर्याय के उदाहरण
अच्छाई, भलाई
अद्भुत, विचित्र
अध्यक्ष, सभापति
अनुराग, प्रेंम, स्नेह
अनेक, बहुत
अभिमान, अहंकार
अस्त्र, शस्त्र
आतंक, भय
इच्छा, कामना
ईर्ष्या, स्पर्धा
उकसाना, बहकाना
उछलना, कूदना
उत्साह, साहस
उद्देश्य, ध्येय
उपस्थित, प्रस्तुत
ऊँचा, लम्बा
ऋषि, मुनि
कंगाल, दरिद्र, निर्धन
कविता, काव्य
कष्ट, दुःख, क्लेश
कहना, बोलना
काटना, कतरना
कारण, हेतु
कृपा, दया, करुणा
खेल, नाटक
खौलाना, उबालना
गहरा, घना
चबाना, निगलना
चिल्लाना, रोना
चिह्न, लक्षण
चीरना, फाड़ना
छाया, परछाई
ठोकर, टक्कर
तलना, भूनना
तानना, फैलाना
तालिका, सूची
तोड़ना, फोड़ना
थियेटर, सिनेमा
दौड़ना, भागना
धर्म, मत
नमस्कार, प्रणाम
निवेदन, प्रार्थना
परीक्षक, निरीक्षक
पुत्र, बालक
प्राचीन, पुराना
भक्ति, श्रद्धा
मन्त्री, सचिव
मोटा, गाढ़ा
रहना, ठहरना
राजा, सम्राट
ललकारना, पुकारना
लाँघना, फाँदना
विद्या, शिक्षा
बैर, शत्रुता
शंका, आशंका
श्रम, परिश्रम
सभ्यता, संस्कृति
समस्त, सारे
सरकना, खिसकना
सँवारना, सजाना
साधन, माध्यम
सुधारना, संवारना
सूचना, संदेश
साधारण, सामान्य
हड़पना, हथियाना
हिन्दी भाषा के इतिहास से संबंधित इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. भाषा का आदि इतिहास - भाषा उत्पत्ति एवं इसका आरंभिक स्वरूप
2. भाषा शब्द की उत्पत्ति, भाषा के रूप - मौखिक, लिखित एवं सांकेतिक
3. भाषा के विभिन्न रूप - बोली, भाषा, विभाषा, उप-भाषा
4. मानक भाषा क्या है? मानक भाषा के तत्व, शैलियाँ एवं विशेषताएँ
5. देवनागरी लिपि एवं इसका नामकरण, भारतीय लिपियाँ- सिन्धु घाटी लिपि, ब्राह्मी लिपि, खरोष्ठी लिपि
6. विश्व की प्रारंभिक लिपियाँ, भारत की प्राचीन लिपियाँ
हिन्दी भाषा के इतिहास से संबंधित इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. हिन्दू (हिन्दु) शब्द का अर्थ एवं हिन्दी शब्द की उत्पत्ति
2. व्याकरण क्या है? अर्थ एवं परिभाषा, व्याकरण के लाभ, व्याकरण के विभाग
3. व्याकरण का प्रारम्भ, आदि व्याकरण - व्याकरणाचार्य पणिनि
ध्वनि एवं वर्णमाला से संबंधित इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. ध्वनि का अर्थ, परिभाषा, लक्षण, महत्व, ध्वनि शिक्षण के उद्देश्य ,भाषायी ध्वनियाँ
2. वाणी - यन्त्र (मुख के अवयव) के प्रकार- ध्वनि यन्त्र (वाक्-यन्त्र) के मुख में स्थान
3. हिन्दी भाषा में स्वर और व्यन्जन || स्वर एवं व्यन्जनों के प्रकार, इनकी संख्या एवं इनमें अन्तर
4. स्वरों के वर्गीकरण के छः आधार
5. व्यन्जनों के प्रकार - प्रयत्न, स्थान, स्वरतन्त्रिय, प्राणत्व के आधार पर
ध्वनि, वर्णमाला एवं भाषा से संबंधित इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. 'अ' से 'औ' तक हिन्दी स्वरों की विशेषताएँ एवं मुख में उच्चारण स्थिति
2. प्रमुख 22 ध्वनि यन्त्र- स्वर तन्त्रियों के मुख्य कार्य
3. मात्रा किसे कहते हैं? हिन्दी स्वरों की मात्राएँ, ऑ ध्वनि, अनुस्वार, अनुनासिक, विसर्ग एवं हलन्त के चिह्न
4. वर्ण संयोग के नियम- व्यन्जन से व्यन्जन का संयोग
5. बलाघात या स्वराघात क्या है इसकी आवश्यकता, बलाघात के भेद
ध्वनि, वर्णमाला एवं भाषा से संबंधित इन 👇 प्रकरणों को भी पढ़िए।।
1. ध्वनि उच्चारण में 'प्रत्यन' क्या है? प्रयत्नों की संख्या, 'प्रयत्न' के आधार पर हिन्दी व्यन्जन के भेद
2. हिन्दी भाषा के विभिन्न अर्थ
3. हिन्दी भाषा एवं व्याकरण का संबंध
4. हलन्त का अर्थ एवं प्रयोग
शब्द निर्माण एवं प्रकारों से संबंधित प्रकरणों को पढ़ें।
1. शब्द तथा पद क्या है? इसकी परिभाषा, विशेषताएँ एवं महत्त्व।
2. शब्द के प्रकार (शब्दों का वर्गीकरण)
3. तत्सम का शाब्दिक अर्थ एवं इसका इतिहास।
4. तद्भव शब्द - अर्थ, अवधारणा एवं उदाहरण
5. विदेशी/विदेशज (आगत) शब्द एवं उनके उदाहरण
6. अर्द्धतत्सम एवं देशज शब्द किसे कहते हैं?
7. द्विज (संकर शब्द) किसे कहते हैं? उदाहरण
8. ध्वन्यात्मक या अनुकरण वाचक शब्द किन्हें कहते हैं?
9. रचना के आधार पर शब्दों के प्रकार- रूढ़, यौगिक, योगरूढ़
10. पारिभाषिक, अर्द्धपारिभाषिक, सामान्य शब्द।
11. वाचक, लाक्षणिक एवं व्यंजक शब्द
12. एकार्थी (एकार्थक) शब्द - जैसे आदि और इत्यादि वाक्य में प्रयोग
13. अनेकार्थी शब्द किसे कहते हैं? इनकी सूची
I Hope the above information will be useful and
important.
(आशा है, उपरोक्त जानकारी उपयोगी एवं महत्वपूर्ण
होगी।)
Thank you.
R F Temre
rfhindi.com
(संबंधित जानकारी के लिए नीचे दिये गए विडियो को देखें।)
Comments