हिन्दू (हिन्दु) शब्द का अर्थ एवं हिन्दी शब्द की उत्पत्ति || Meaning of the word Hindu and the origin of the word Hindi
भारत में हिन्दू एवं हिन्दी का प्राचीन इतिहास रहा है। आदिकाल से चले आ रहे सनातन धर्म के समर्थक, पोषक एवं मानने वाले हिन्दू रहे हैं। हिन्दू शब्द का क्या अर्थ है? एवं हिन्दी शब्द की किस प्रकार उत्पत्ति हुई है? इस सम्बन्ध में विद्वानों ने अपने मन्तव्य दिये हैं। आइए क्रमशः इन मतों का अवलोकन करते हैं।
हिन्दु का अर्थ
परम्परावादी मान्यतानुसार (संस्कृत विद्वानों का मत)
परम्परावादी संस्कृत विद्वान 'हिन्दु' शब्द का अर्थ इस शब्द को तोड़कर करते हैं। हिन्दु = हिन् + दु। यहाँ पर 'हिन्' का अर्थ है 'नष्ट करना' एवं 'दु' का अर्थ है 'दुष्ट' या 'दुरात्मा'। इस तरह 'हिन्दु' ('हिन्दू') का पूरा अर्थ हुआ जो दुष्टों या दुर्आत्माओं का जो विनाश करें। अर्थात दुष्टों का विनाश करने वाला हिन्दू है। संस्कृत में कहते हैं "हिनस्ति दुष्टान इति हिन्दू।" अर्थात 'वह जो दुष्टों नाश करें।'
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डॉ. भोलानाथ तिवारी के अनुसार-
डॉ. भोलानाथ तिवारी के अनुसार 'हिन्दू' शब्द का प्राचीनतम प्रयोग 7 वीं सदी के अन्तिम चरण के ग्रन्थ 'निशीथचूर्णि' में प्रथम बार मिला है। 'हिन्दू' शब्द फारसी है जो संस्कृत शब्द 'सिन्धु' का फारसी रूपान्तरण है। 'सिन्धु' शब्द का प्रथम प्रयोग ऋग्वेद में सामान्य रूप से 'सप्त सैंधव' नदी विशेष तथा नदी के आस-पास के प्रदेश के लिए किया गया है।
हिन्दी शब्द की उत्पत्ति
500 ई. पू. के आस-पास 'दारा प्रथम' के काल में 'सिन्धु' नदी का स्थानीय प्रदेश ईरानी लोगों के हाथों में था। संस्कृत के 'सिन्धु' का ईरानी में 'हिन्दू' हो गया जो कि 'सिन्धु' नदी के आस-पास के प्रदेशों के अर्थ में प्रयुक्त हुआ। आगे चलकर आर्थिक उन्नति एवं विकास के साथ 'हिन्दू' का अर्थ 'भारत' हो गया। 'हिन्दू' शब्द में 'इ' पर बलाघात के कारण अन्त्य 'दू' में लगे 'उ' का लोप हो गया और 'हिन्दू' से 'हिन्द' बन गया। आगे चलकर 'हिन्द' शब्द में विशेषणार्थक प्रत्यय 'ईक' जोड़ने से 'हिन्दीक' शब्द बना जिसका अर्थ होता है 'हिन्द का' अर्थात हिन्द का निवासी। आगे चलकर 'क' वर्ण का लोप हो जाने से 'हिन्दी' शब्द बना।
ग्रीक लोगों ने 'सिन्धु' नदी को 'इन्दोस' कहा और यहाँ पर रहने वाले लोगों को 'इन्दोई' तथा प्रदेश को 'इन्दिके' अथवा 'इन्दिका' नाम से सम्बोधित किया। 'इन्दिका' शब्द से ही अंग्रेजी में 'इण्डिया' बन गया।
किसी भी प्राचीन भारतीय आर्यभाषा में 'हिन्दी' का प्रयोग नहीं मिलता है। केवल कालकाचार्य द्वारा लिखित 'जैन महाराष्ट्री' में 'हिन्दुग' शब्द मिलता है। देखें इस संस्कृत वाक्य को - "सूरिणा भणियम् रामाणो जेण हिन्दुग देसम् बच्चामो।"
इस तरह हिन्दू का अर्थ और हिन्दी की उत्पत्ति हुई। उपरोक्त मंतव्य के अलावा और भी बहुत सारे मंतव्य विद्वानों के द्वारा दिए गए हैं, जिसमें हिन्दू शब्द का अर्थ है इसकी उत्पत्ति के बारे में जानकारी दी गई है।
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